
देश में एक बार फिर कोरोना मरीज़ों की तादाद बढ़ने लगी है। वही दिल्ली कोरोना संक्रमण की तीसरी स्टेज से गुज़र रही है। कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए एक बार फिर लॉक डाउन की चर्चा तेज़ हो गयी है। वही देश में कुछ जगहों जैसे अहमदाबाद में प्रशासन प्रतिबन्ध और कर्फ्यू लगा चूका है।
सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां
कुछ हफ़्तों में बाज़ारो में भीड़ भाड़ भी देखने को मिली जिसकी तस्वीरे सामने आ रही है। जिसमें सोशल डिस्टेंसिंग को धज्जियां उड़ते देखा गया। जिसकी वजह से कोरोना संक्रमण तेज़ी से फैलने का खतरा बढ़ गया है। ऐसे में सभी के मन में ये सवाल उठ रहा है कि अगर देश में एक बार फिर लॉक डाउन बढ़ गया तो क्या होगा?
इसका असर खरीददारों पर नही दिखा
दिवाली बीतने के बाद भी बाज़ारो में काफी भीड़ देखने को मिल रही है। लेकिन इसका असर खरीददारों में अब तक नज़र नही आया। गूगल मोबिलिटी ट्रेंड के आंकड़ों पर गौर करें तो बाजार तो बाजार अब भी कोविड से पहले के स्तर की खरीददारी तक नही पहुच पाये है। इसके लिए 3 जनवरी 2020 तक और लॉक डाउन के बाद 17 नवम्बर तक 5 सप्ताह के आंकड़ो में तुलना की गई है। दिवाली में हुई शॉपिंग के बावजूद इसमें ज़्यादा असर नही पड़ा। लेकिन यह जनवरी से फरवरी के दौरान 5 सप्ताह के आंकड़ो से 17 प्रतिशत कम रही।
नौकरी पर आएगा संकट
देश में 25 मार्च से लगे लॉक डाउन के बाद कई लोगो की नौकरियां में संकट मंडराने लगे है। इस दौरान कई काम ठप हो गए,हज़ारो लोगो की नौकरी चली गई। ऐसे में अगर देश में दुबारा लॉक डाउन होता है। तो हालात काफी बदतर हो सकते है।