
उत्तरप्रदेश के बिजनोर में केहरि पुर नाम का एक सुंदर से गाँव हुआ करता था जहाँ अब केवल जंगल ओर खेती ही होती है उसके पास के गांव के लोगो का कहना है कि पूरे गाँव के लोग वायरस की चपेट में आ गए थे और बहुत से लोग मर गए इस त्रासदी में गांव के लगभग एक तिहाई लोग मर चुके थे।लेकिन जो लोग बचे वो लोग गाँव को छोड़कर कहीं दूर निकल गए। और अपने घर ,खेती को यही छोड़ गए ।इस तरह पूरा गांव उजड़ गया ।धीरे धीरे गांव में घर खंडहर बन गए । ये त्रासदी इतनी भयानक थी कि मरे लोगो को उठाने के लिए लोग तैयार नहीं थे ।एक के बाद एक ओर मौते होती जा रही थी।
समय बीतता गया और वह गांव मिट्टी के समतल मैदान में बदल गया।केहरिपुर से 1 किलोमीटर दूर एक नया गांव बसा।जिसे हरपुर के नाम से जाना जाता है और इस गाँव के बुजुर्ग लोग इस केहरि पुर की त्रासदी बताते हैं केहरि पुर में एक कुआ हुआ करता था जो आज एक खेत के बीच मे अवशेष के रूप में है ।अब केहरि पुर में हरपुर गांव के लोग खेती करते हैं ।और अपनी जीविका चलते हैं वह उनकी आय का एक प्रमुख साधन बन चुका है।
हरपुर गांव एक बहुत छोटा सा गांव है